रिश्ता कोई भी हो, अगर उसे लंबे समय तक निभाना है तो रिश्तों की गरिमा को ध्यान में रखना ही होगा, रिश्तों में नकारात्मकता को दूर रखना होगा, तभी रिश्ते टिकाऊ और खूबसूरत बने रह सकेंगे। जिस प्रकार किसी भी वस्तु की मजबूती के लिए उसकी देखभाल, साज संवार, सफाई की जरूरत होती है उसी प्रकार रिश्तों में मजबूती के लिए भी समय-समय पर उस आई डस्ट को हटाना जरूरी है। - मजबूत रिश्तों में ईगो का कोई स्थान नहीं, इसे बीच में न आने दें। अपने अहम को महत्त्व न दें। तभी रिश्ते मधुर होंगे। - ईगो को इतना बड़ा न मानें कि रिश्ते उसके आगे बौने लगें। - अपनों से छोटी छोटी बातों पर उलझने से बचें। इन सब बातों को ध्यान में रखेंगे तो ईगो रूपी डस्टं रिश्तों से हट जाएगी। - रिश्तों को बरकरार रखने के लिए ईर्ष्या को बीच में न लाएं। ईर्ष्या से रिश्ते बिगड़ते हैं, बनते नहीं। - अगंर किसी में कुछ कमी है तो उस तरफ ध्यान न देकर उसके गुणों पर ध्यान दें। - सकारात्मक भावनाएं रिश्तों को हैल्दी रखती हैं, अपनी भावनाएं उनके प्रति सकारात्मक रखें। - किसी की सफलता पर ईर्ष्या वाले भाव न रखें। अगर आप में ऐसे भाव हैं तो उसे अपने ह्रदय से सा...